क्या ऎसा नहीं हो सकता के हम तुम से तुमको माँगे और तुम मुस्कुरा के कहो के अपनी चीजें माँगा नहीं करते


थायराइड के इलाज के लिए रामबाण घरेलू उपाय
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ताज़ी लौकी का जूस
रोजाना सुबह खली पेट लौकी का जूस पीने से थाइरोइड को खत्म करने में मदद मिलती है, जूस पीने के आधे घंटे तक कुछ खाना पीना नहीं है।
हल्दी वाला दूध
थायराइड कण्ट्रोल करने के लिए आप रोजाना दूध में हल्दी को पका कर पिए अगर हल्दी वाला दूध न पिया जाये तो हल्दी को भून कर इसका सेवन करे।
एलोवेरा और तुलसी
दो चम्मच तुलसी के रास में आधा चम्मच एलोवेरा जूस मिला कर सेवन करना भी इस बीमारी से छुटकारा पाने का उत्तम उपाय है।
लाल प्याज का प्रयोग
प्याज को बीच से काट कर दो टुकड़े कर ले और रात को सोने से पहले थायराइड ग्रंथि के आस पास इससे मसाज करे। इसके बाद गर्दन से प्याज का रस को धोये नहीं।
हरे धनिया का प्रयोग
थायराइड का घरेलू ट्रीटमेंट करने के लिए हरा धनिया पीस कर चटनी बनाये और एक गिलास पानी में एक 1 चम्मच चटनी घोल कर पिए, इस उपाय को जब भी करे ताजी चटनी बना कर ही सेवन करे और ऐसा धनिया ले जिसकी सुगंध अच्छी हो, जो ताज़ा हो, इस देसी नुस्खे को नियमित रूप और सही तरीके से करने पर थायराइड कंट्रोल में रहेगा।
काली मिर्च का प्रयोग
काली मिर्च थायराइड का उपचार में काफी फयदेमंद है, किसी भी तरीके से ले आप काली मिर्च का सेवन करे आप को फायदा करेगी।
बादाम और अखरोट
बादाम और अखरोट में सेलीनीयम तत्व मौजूद होता है जो थायराइड में फायदा करता है, इसके सेवन से गले की सूजन से भी आराम मिलता है,  हाइपोथायराइड में ये उपाय ज्यादा फायदा करता है।
थाइरोइड में क्या खाना चाहिए क्या नही ?
थाइरोइड से प्रभावित रोगी को अपनी डाइट में विटामिन ए अधिक मात्रा में लेना चाहिए, हरी सब्जियां और गाजर में विटामिन ए जादा होता है जो थायराइड को कंट्रोल करने में मदद करता है। थायराइड से प्रभावित व्यक्ति को प्रतिदिन तीन से चार लीटर पानी पीना चाहिए, ये शरीर से विशाले पदार्थ निकालने में काफी मदद करता है। इसके इलावा एक से दो गिलास फलों का जूस भी पिए, हफ्ते में एक दिन आप नारियल पानी पिए तो अच्छा है।
आयोडीन थायराइड कंट्रोल करने में काफ़ी असरदार है पर जितना हो सके नेचुरल आयोडीन का सेवन करे, जेसे कि टमाटर, प्याज और लहसुन, सिगरेट, तम्बाकू और किसी नशीले पदार्थो के सेवन से बचे। बाज़ार में उपलब्ध सफेद नमक का थायराइड में परहेज करे, खाने में सिर्फ सेंधा या काला नमक ही प्रयोग करे।
महिलाओं में पुरुषों की तुलना में थायराइड अधिक होता है। थाइरोइड होने पर किसी प्रकार की लापरवाही न करते हुए तुरंत इलाज शुरू करे। थायराइड के रोगी को हर तीन महीने में इसकी जांच करवानी चाहिए और टेस्ट करवाने से पहले इस बात का विशेष ध्यान रहे की थायराइड टेस्ट के 12 घंटे पहले तक कुछ खाए पिए नहीं, शादीशुदा महिला अगर थाइरोइड से प्रभावित है और वो गर्भ धारण करने की सोच रहे है तो पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर ले और थायराइड कंट्रोल होने के बाद ही प्रेगनेंसी के बारे में सोचे।
योग और प्राणायाम से थायराइड का इलाज
नियमित रूप से योग और प्राणायाम कर के काफ़ी हद तक थायराइड को ठीक कर सकते है। योग के इलावा आप मेडिटेशन भी कर सकते है।  थायराइड के उपचार में मत्स्यासन, विपरीतकरनी मुद्रा और उज्जयी प्राणायाम काफी फायदेमंद साबित हुये हैं।
इन सबसे अलावा हमारे दोनो पैरों और हाथों पर शरीर के सभी अंगो के कुछ पॉइंट्स होते है। एक्यूप्रेशर ट्रीटमेंट में इन पॉइंट्स पर दबाव डाल कर इलाज किया जाता है, जिसके लिए कौन से अंग का बिंदु कहाँ है और उस पर कैसे दबाव डालना है इसकी जानकारी होना जरुरी है। थाइरोइड के इलाज के लिए आप को दोनो पैरों और हाथों के अंगूठे के नीचे उठे हुए भाग पर दबाव देना है। अगर आप एक्यूप्रेशर से उपचार करना चाहते है तो पहले किसी एक्सपर्ट की देख रेख में इसे करना सीखे तभी खुद करे। थायराइड एक हफ्ते या महीने में ठीक होने वाला रोग नहीं है, इसलिए जरुरी है की इसके उपचार के लिए आप पूरा परहेज और उपाय करे।

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