जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमला, 7 की मौत, 15 घायल

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार को अमरनाथ यात्रियों पर बड़ा आतंकी हमला हुआ है. आतंकवादियों ने अमरनाथ यात्रियों के बस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले में अभी तक सात तीर्थयात्रियों के मारे जाने की खबर है जबकि 15 घायल बताए जा रहे हैं. पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी है.
एक पुलिस कर्मी ने बताया कि जम्मू श्रीनगर नेशनल हाईवे पर बटेंगों में गोलियां चलने की आवाज सुनी गई, जिसमें सात अमरनाथ यात्रियों की मौत हो गई ह जबकि 15 घायल हो गए हैं.
आतंकियों ने पुलिस पार्टी को भी निशाना बनया.  आतंकियों ने तीन अलग-अलग जगहों पर अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनया है. उधर, आंतकी हमले के बाद उधमपुर में जम्मू श्रीनगर नेशनल हाईवे पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है.
हमला रात 8 बजकर 20 मिनट पर हुआ. आतंकी एके-47 से तीर्थयात्रियों के बस पर अंधाधुंध गोलियां बरसाने लगे. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि आतंकवादी हमले की चपेट में आई बस आधिकारिक तौर पर अमरनाथ यात्रा का हिस्सा नहीं थी और अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा पंजीकृत नहीं थी.
उधर, प्रशासन ने घाटी में तनाव की स्थिति के मद्देनजर इंटरनेट सेवाओं को ब्लॉक कर दिया है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमरनाथ यात्रियों पर हमले के बारे में पीएम मोदी को जानकारी दी. वहीं, गृह मंत्रालय का कहना है कि इस हमले के पीछे लश्कर का हाथ है. अनंतनाग हमले के विरोध में पैंथर्स पार्टी ने कल जम्मू बंद का ऐलान किया है.
महबूबा मुफ्ती की राज्य सरकार में वरिष्ठ मंत्री नईम अख्तर ने इस आतंकवादी हमले को ‘कश्मीर के इतिहास में काला धब्बा’ करार दिया है. नेशनल कान्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “इस हमले की कड़ी से कड़ी निंदा भी कम है.”
अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की हालिया सफलता के बाद इस तरह के हमले की आशंका बनी हुई थी. उन्होंने ट्वीट किया, “इस साल यात्रा के दौरान हम सभी को इसका भय था. आतंकवादियों के खिलाफ हालिया सफलता और बहुत बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती को देखते हुए यह आशंका थी.”

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