
नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद एनडीए नेताओं की तरफ से बधाइयों का ताता लगा हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर पीएम मोदी को बधाई दी. कहा कि भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई में जुड़ने के लिए नीतीश कुमार जी को बहुत-बहुत बधाई. सवा सौ करोड़ नागरिक ईमानदारी का स्वागत और समर्थन कर रहे हैं. देश के, विशेष रूप से बिहार के उज्जवल भविष्य के लिए राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ एक होकर लड़ना, आज देश और समय की माँग है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बिहार के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी को इस्तीफा सौंप दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हालत में हम सरकार की हालत में नहीं थे इस लिए मेरे लिए इस्तीफा देना के अलावा कोई उपाय नहीं था. नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन सरकार को 20 माह तक चलाया है, हमने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए काम किया है. हमने कभी किसी का इस्तीफा नहीं मांगा, मीडिया में कई तरह की खबरे आ रही थी कि इस्तीफा लेंगे या बर्खास्त करेंगे लेकिन हमने ऐसा कुछ भी नहीं कहा था. हमारी हमेशा से ही लालू प्रसाद यादव और राजद से संवाद होती रही हमने इस्तीफे से पहले भी लालू प्रसाद यादव से बातचीत किया और अपने फैसले से अवगत करा दिया था..
तेजस्वी इस्तीफे के लिए तैयार नहीं थे, हमको जवाब देना मुश्किल हो रहा था पर लालू कुछ नहीं करना चाहते थे इसलिए इस्तीफा दे दिया. उन्होंने बताया कि इस्तीफा राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने मंजूर कर लिया है. इस्तीफे के लिए नीतीश कुमार ने लालू यादव पर ठीकरा फोड़ा, लालू गठबंधन संकट के लिए खुद जिम्मेदार है. गठबंधन धर्म का पालन करने का पूरा प्रयास किया, काम कुछ भी करता, चर्चा सिर्फ एक ही बात की थी, अब माहौल काम करने लायक नहीं बचा था.
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